Swarna Prasadam Jaipur (Image Credit-Social Media)
Swarna Prasadam JaipurSwarna Prasadam Jaipur: जैसे ही दिवाली का त्योहार नजदीक आता है, मिठाइयों की बिक्री में तेजी आ जाती है। इस बार जयपुर में एक अनोखी मिठाई ने सभी का ध्यान खींचा है। 'त्योहार स्वीट्स' नामक प्रसिद्ध मिठाई ब्रांड ने 'स्वर्ण प्रसादम' नाम की एक विशेष मिठाई बनाई है, जिसकी कीमत सुनकर हर कोई चौंक गया है। इसकी कीमत 1.11 लाख रुपये प्रति किलो है, जो इसे भारत की सबसे महंगी मिठाई बनाती है। इस मिठाई का नाम और इसकी सामग्री दोनों ही बेहद भव्य हैं। इसे केवल खाने के लिए नहीं, बल्कि एक लग्जरी अनुभव के रूप में पेश किया गया है।
स्वर्ण प्रसादम की विशेषताएँ क्या है खास इस ‘स्वर्ण प्रसादम’ में?
त्योहार स्वीट्स की मालिक अंजलि जैन के अनुसार, यह मिठाई विशेष रूप से दिवाली के अवसर पर बनाई गई है। इसमें प्रीमियम सामग्री जैसे चिलगोजा, केसर और शुद्ध सोने का उपयोग किया गया है। मिठाई की ऊपरी परत पर गोल्डन ग्लेजिंग की गई है, जो इसे ज्वेलरी जैसी चमक प्रदान करती है। यह सोने की परत न केवल देखने में भव्य है, बल्कि इसे खाने योग्य गोल्ड लीफ के रूप में तैयार किया गया है। इस कारण यह मिठाई 'लक्ज़री डेज़र्ट' की श्रेणी में आती है।
पैकिंग और कीमत स्वर्ण प्रसादम की कितनी है कीमत और कैसी है पैकिंग?
स्वर्ण प्रसादम की कीमत 1.11 लाख रुपये प्रति किलो है, जबकि इसका एक टुकड़ा लगभग 3,000 रुपये में बेचा जा रहा है। इसकी पैकिंग भी बेहद भव्य है, जो ज्वेलरी बॉक्स जैसी है। मिठाई को गोल्डन रैपिंग में लपेटा गया है और इसे शीशे जैसी ट्रांसपैरेंट ढक्कन में रखा गया है। इस पैकिंग को देखकर कोई भी यह सोच सकता है कि यह मिठाई नहीं, बल्कि किसी हाई-एंड ज्वेलरी बुटीक का गिफ्ट बॉक्स है। ब्रांड का उद्देश्य ग्राहकों को 'शाही अनुभव' प्रदान करना है, ताकि यह मिठाई केवल एक मिठाई न होकर एक स्टेटस सिंबल बन सके।
अन्य महंगी मिठाइयाँ बाकी मिठाइयां भी 70 हजार के ऊपर
स्वर्ण प्रसादम के अलावा, इसी दुकान पर अन्य महंगी मिठाइयाँ भी उपलब्ध हैं। जैसे 'स्वर्ण भस्म भरत' नामक मिठाई, जिसका एक टुकड़ा ₹ 1,950 का और प्रति किलो लगभग ₹ 85,000 का है। वहीं 'चांदी भस्म भरत' मिठाई ₹ 58,000 प्रति किलो तक बिक रही है। इनमें बादाम, काजू, पिस्ता, ब्लूबेरी, अंजीर, व्हाइट चॉकलेट और साल्टेड बटर कैरेमल जैसे प्रीमियम इंग्रेडिएंट्स शामिल हैं। पिछले साल भी इस ब्रांड ने ₹ 70,000 प्रति किलो वाली मिठाई पेश की थी, लेकिन इस बार की मिठाई ने कीमत और चर्चा दोनों में पिछले रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।
हाई-एंड मिठाइयों का चलन क्यों बढ़ रहा है हाई-एंड मिठाइयों का चलन
भारतीय त्योहारों में मिठाई हमेशा से महत्वपूर्ण रही है, लेकिन हाल के वर्षों में इसमें दिखावे और ब्रांडिंग का नया अध्याय जुड़ गया है। आज उपहार देने की संस्कृति केवल रिश्तों तक सीमित नहीं रह गई है, बल्कि 'लक्ज़री गिफ्टिंग' का रूप ले चुकी है। अमीर वर्ग अब कुछ ऐसा देना चाहता है जो अनोखा और सोशल मीडिया पर चर्चित हो। स्वर्ण प्रसादम जैसी मिठाइयाँ इस 'एक्सक्लूसिव गिफ्ट' के पैमाने पर पूरी तरह से खरी उतरती हैं। इसके अलावा, इन मिठाइयों में केसर, पिस्ता, चिलगोजा और गोल्ड लीफ जैसी सामग्री का उपयोग महंगा होता है। लिमिटेड प्रोडक्शन, शाही पैकिंग और ब्रांड की प्रतिष्ठा मिलकर कीमत को कई गुना बढ़ा देती हैं। इस तरह की मिठाइयाँ स्वाद से ज्यादा 'शाही अनुभव' का हिस्सा बन चुकी हैं।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएँ इस राजसी मिठाई को सोशल मीडिया पर मिला मिला-जुला रिस्पॉन्स
जब से यह खबर सोशल मीडिया पर वायरल हुई है, लोग इस पर विभिन्न प्रतिक्रियाएँ दे रहे हैं। कुछ ने इसे 'हर साल का नाटक' बताया, जबकि कुछ ने तंज कसा कि 'हम 400 रुपये किलो वाली ही खा लेंगे।' एक यूजर ने लिखा कि 'अब हर दिवाली पर चर्चा में आने के लिए कोई न कोई महंगी मिठाई बना देता है।' वहीं कुछ लोगों ने इसे सामाजिक असमानता का प्रतीक बताते हुए कहा कि ऐसी दुकानों का बहिष्कार होना चाहिए, जहां आम आदमी की पहुंच ही न हो।
स्वर्ण भस्म का स्वास्थ्य पर प्रभाव
ब्रांड का दावा है कि इसमें इस्तेमाल स्वर्ण भस्म सेहत के लिए फायदेमंद है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि सोने का सेवन आयुर्वेदिक संदर्भ में लाभकारी हो सकता है, पर मिठाई के रूप में इसका प्रभाव सीमित है। असल में, यह मिठाई स्वास्थ्य की तुलना में लग्जरी और विशिष्टता का प्रतीक बन चुकी है।
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